Harish sharma

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H S R

एक ranjhe से उसकी Heer बिशडगी  कितनी बार।


हे मेरे खुदा काश ना हो किसी को किसी से सच्चा प्यार।  

करके वादे बदल जाते है सारे यहां।

चाहें कितना भी हो किसी का सच्चा यार। 

सिने पे तोह उनकी हिम्मत नही होती सीधा करते है पीठ पर बार। 

एक ranjhe से उसकी Heer बिशडगी कितनी बार।  







                                 _______✍️H S R

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2 Comments

Reena yadav

25-Jul-2023 08:21 AM

👍👍

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